भारतीय स्टॉक मार्केट में 20 जून 2025 को Swiggy और Hyundai Motor India (HMI) के शेयरों में खास रैली देखी गई, जिसका मुख्य कारण था FTSE Russell के वैश्विक इंडेक्स में इनका शामिल होना। आइए विस्तार से जानें कि यह रैली क्यों हुई और इसका निवेशकों के लिए क्या मतलब हो सकता है:
🔹 FTSE Russell में शामिल होने का क्या अर्थ है?
FTSE Russell, लंदन स्टॉक एक्सचेंज ग्रुप की एक प्रमुख वैश्विक इंडेक्स प्रोवाइडर है। जब कोई कंपनी इसके इंडेक्स में शामिल होती है, तो उसे अक्सर बड़े पैमाने पर पैसिव फंड इनफ्लो मिलता है, जो शेयर की क़ीमतों को प्रभावित करता है।
🔹 Swiggy और Hyundai Motor India में कैसे दिखा असर?
कंपनी | आज का रैली | शेयर प्राइस |
---|---|---|
Hyundai Motor India | +4% (अब ₹1,985/शेयर) | ऐतिहासिक उच्च स्तर पर |
Swiggy | +1.4% (₹379/शेयर) |
अनुमानित फंड प्रवाह:
- Hyundai: ~$56 मिलियन
- Swiggy: ~$32 मिलियन
कुल मिलाकर FTSE में जून 2025 के रिवाइज़न से भारतीय कंपनियों में लगभग $313 मिलियन के पैसिव फंड प्रवाह की उम्मीद है।
🔹 अन्य कंपनियों पर भी प्रभाव
इसी रिवाइस में, Waaree Energies ने लगभग 8% की चौतरफा तेजी, NTPC Green Energy 4% और Sai Life Sciences 1% की वृद्धि प्रदर्शन की।
जबकि Vishal Mega Mart को थोड़ी गिरावट का सामना करना पड़ा, और कई अन्य मिड/माइक्रो-कैप कंपनियों ने भी हल्के झोल देखा।
🔹 निवेशकों और ट्रेडर्स के लिए क्या मायने रखता है?
- पैसिव फंड इनफ्लो: FTSE में शामिल कंपनियों में उच्च मात्रा में निवेश आता है।
- शॉर्ट-टर्म ऐक्टिविटी: इसमें तेजी आने से निवेशकों में उत्साह पैदा होता है।
- लिक्विडिटी बढ़ना: अधिक निवेश, क़ीमतों में स्थायित्व और तरलता लाता है।
- वैश्विक मान्यता: FTSE में सूचीबद्ध होना कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान देता है।
FTSE Russell में Swiggy और Hyundai Motor India जैसे भारतीय अग्रणी ब्रांडों की शामिलगी ने उनके शेयरों में आज जबरदस्त उछाल लाया है। $56 मिलियन और $32 मिलियन के अनुमानित पैसिव फंड से ये कंपनियां नए निवेशकों के रडार पर आएंगी।
यह निवेशकों को अपनी लंबी अवधि की रणनीति के हिसाब से ट्रेंड-फॉलोइंग पोजिशन्स लेने का मौक़ा दे सकता है।
👉 टिप: इस रैली से लाभ उठाने के लिए निवेशक FTSE अपडेट, फंड फ्लो डेटा और स्टॉक की तकनीकी स्थिति पर नज़र बनाए रखें।